UPPSC RO ARO Exam News: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) प्रारंभिक परीक्षा-2023 के लिए परीक्षा केंद्र आवंटन की नीति में बड़ा बदलाव किया है। अब अभ्यर्थियों को उनके गृह जनपद में परीक्षा केंद्र नहीं मिलेगा। पीसीएस-2024 परीक्षा की तरह पुरुष अभ्यर्थियों को उनके मंडल से बाहर के जिलों में और महिला अभ्यर्थियों को मंडल के अंदर किसी अन्य जिले में परीक्षा केंद्र आवंटित किया जाएगा। यह निर्णय परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने और पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है।
UPPSC RO ARO Exam News
11 फरवरी 2024 को आयोजित आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 को पेपर लीक होने के कारण रद्द करना पड़ा था। इसके बाद आयोग ने परीक्षा केंद्र आवंटन की प्रक्रिया में बदलाव करने का निर्णय लिया। 22 दिसंबर 2024 को हुई पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 में भी यही नीति अपनाई गई थी, जिसके तहत अभ्यर्थियों को उनके गृह जनपद से बाहर परीक्षा केंद्र दिए गए थे। अब इसी प्रक्रिया को आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए भी लागू किया गया है, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे आवेदन
इस भर्ती परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। आरओ/एआरओ के 411 पदों पर भर्ती के लिए 10,76,004 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, जो कि आयोग के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इससे स्पष्ट है कि इस परीक्षा के प्रति उम्मीदवारों में जबरदस्त उत्साह है और सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले लाखों युवाओं के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है।
27 जुलाई को होगी दोबारा परीक्षा
11 फरवरी को रद्द हुई परीक्षा को अब दोबारा 27 जुलाई 2025 को आयोजित किया जाएगा। इस बार परीक्षा पूरे प्रदेश के सभी जिलों में कराई जाएगी, जिससे अभ्यर्थियों को अपने गृह जनपद से बाहर जाने की जरूरत पड़ेगी। परीक्षा केंद्रों की संख्या 2000 से अधिक होगी और हर केंद्र पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की जाएगी।
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परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए प्रश्नपत्रों की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त इंतजाम किए जा रहे हैं। इस बार प्रश्नपत्रों की डिजिटल सीलिंग की जाएगी, जिससे पेपर लीक की किसी भी संभावना को समाप्त किया जा सके। इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और बायोमेट्रिक सत्यापन की भी व्यवस्था होगी, जिससे फर्जी अभ्यर्थियों की पहचान की जा सके।
भर्ती परीक्षा का पैटर्न और चरण
आरओ/एआरओ भर्ती परीक्षा तीन चरणों में पूरी होगी। पहले चरण में प्रारंभिक परीक्षा होगी, जिसमें सामान्य अध्ययन और सामान्य हिंदी से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे। जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफल होंगे, उन्हें मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन, सामान्य हिंदी और निबंध से जुड़े प्रश्नपत्र होंगे। कुछ पदों के लिए टाइपिंग टेस्ट भी लिया जाएगा, जो पूरी प्रक्रिया का अंतिम चरण होगा। परीक्षा के नए नियमों के अनुसार, टाइपिंग टेस्ट केवल उन्हीं अभ्यर्थियों के लिए होगा, जिनके पद की आवश्यकताओं में यह शर्त शामिल है।
परीक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण तिथियां
आयोग जल्द ही परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया पूरी कर लेगा और इसके बाद केंद्र आवंटन की प्रक्रिया शुरू होगी। अभ्यर्थी अपने परीक्षा केंद्र की जानकारी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर प्राप्त कर सकेंगे। एडमिट कार्ड जुलाई 2025 के पहले सप्ताह में जारी होने की संभावना है। मुख्य परीक्षा का आयोजन अक्टूबर 2025 में किया जा सकता है।
परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर जोर
इस नई नीति के लागू होने के बाद परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता बढ़ेगी, जिससे योग्य अभ्यर्थियों को उनका हक मिल सकेगा। आयोग द्वारा उठाए गए इन सख्त कदमों से परीक्षा प्रक्रिया को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाया जा सकेगा, जिससे भविष्य में किसी भी प्रकार की अनियमितता की संभावना कम हो जाएगी। अब सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा की तैयारी पर ध्यान देना चाहिए, ताकि वे इस प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकें।
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