उत्तर प्रदेश सरकार ने माध्यमिक शिक्षा में एक अहम बदलाव करते हुए कंप्यूटर विषय के लिए बीएड की शर्त हटा दी है। अब एलटी ग्रेड में कंप्यूटर विषय के सहायक अध्यापक बनने के लिए बीएड अनिवार्य नहीं रहेगा। इस बदलाव से हजारों युवाओं को राहत मिलेगी, जो तकनीकी डिग्री होने के बावजूद बीएड के कारण शिक्षक पद के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे थे।
नए नियमों के अनुसार, बीएड अब केवल एक अतिरिक्त योग्यता होगी। कंप्यूटर विषय के लिए यह बदलाव इसलिए जरूरी था क्योंकि 2018 की भर्ती में केवल 36 अभ्यर्थी ही चयनित हुए थे और 1600 से अधिक पद खाली रह गए थे।
इतना ही नहीं, कला विषय में भी अब BFA डिग्री धारकों को बिना बीएड के शिक्षक बनने की अनुमति मिल गई है। यह बदलाव ललितकला में प्रशिक्षित युवाओं को सीधा लाभ देगा। साथ ही, हिंदी विषय में भी संशोधन करते हुए उत्तर मध्यमा धारकों को पात्रता दी गई है, बशर्ते उन्होंने स्नातक में हिंदी विषय और बीएड किया हो।
सरकार का उद्देश्य है कि राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जाए और विषय विशेषज्ञों को अवसर मिल सके। आने वाले समय में माध्यमिक शिक्षा विभाग लगभग 7000 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने वाला है।
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